हज़ार करोड़ की ठगी करने वाला नटवर लाल गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की उतरी जिले की पुलिस ने पीयूष तिवारी नाम के एक बड़े ठग को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी से बचने के लिएपीयूष ने अपना नाम और पता ठिकाना बदल कर रह रहा था। आरोपी पीयूष पुनीत भारद्वाज बनकर नासिक में रह रहा था।नासिक की अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। पुलिस के मुताबिक पीयूष तिवारी ने फ्लैट अलॉट करवाने के नाम पर करीब 1 हज़ार करोड़ की ठगी को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने आरोपी पीयूष पर 50 हज़ार का इनाम की घोषणा कर रखा है।
दरअसल दिल्ली पुलिस को 20 मार्च को जानकारी मिली थी कि एक भोगड़ा जिसपर धोखाधड़ी के करीब 30 से ज्यादा मामले दर्ज है और 50 हज़ार का इनामी है वो महाराष्ट्र के नासिक में नाम बदल कर रह रहा है और वहाँ प्याज का कारोबार भी कर रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने महाराष्ट्र के नासिक में पीयूष के बारे में जानकारी इकट्ठा कर एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने नासिक जाकर छापेमारी कर पीयूष को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी पीयूष पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसने 2011 में एक बिल्डर के रूप में अपना बिजनेस शुरू किया था और उसने 2018 तक 15-20 शेल कंपनी के साथ करीब 8 कंपनियां बनाई थीं। साल 2016 में, उनके घर पर इनकम टैक्स ने छापेमारी की थी जहाँ से करीब 120 करोड़ रुपये जब्त किए गए ।जिससे उनको काफी नुकसान हुआ और इस नुकसान की भरपाई के लिए उसने ठगी का आसान रास्ता चुना। बाजार में खड़े होने के लिए उसने एक फ्लैट कई खरीदारों को बेचने के बहाने लोगों को ठगना शुरू कर दिया। जिसके चलते उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में करीब 30 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। गिरफ्तारी से बचने के लिए वो दिल्ली से भाग गया और नकली नाम से नासिक में रहने लगा।
पुलिस के मुताबिक 42 साल के पीयूष तिवारी शुरुआत में, दिल्ली-एनसीआर में एक विज्ञापन एजेंसी शुरू की और बाद में उसने एजेंसी को बेच दिया और नोएडा, यूपी में फ्लैट बनाने में पैसा लगाया और फिर फ्लैटों की खरीद के बहाने भोले-भाले लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया। पीयूष की पत्नी शिखा भी धोखाधड़ी के इस खेल में शामिल थी जोकि फिलहाल जेल में बंद है।