
(संजीव ठाकुर ) : ऑटोलिफ्टिंग की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए, पश्चिमी जिला ने ऑटो-लिफ्टरों को पकड़ने के लिए स्मार्ट मॉनिटरिंग टूल्स का उपयोग करते हुए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया। ऑटो-लिफ्टरों का पता लगाने में विशेषज्ञता के लिए एएटीएस के प्रभारी इंस्पेक्टर मनीष चौधरी की देखरेख में पश्चिमी जिले के विभिन्न पुलिस स्टेशनों के कर्मचारियों से मिलकर एक विशेष परियोजना टीम बनाई गई। टीम को प्रतिदिन जानकारी दी गई तथा अपराधियों की पहचान करने तथा उन्हें पकड़ने के लिए हाल ही में हुई ऑटो-लिफ्टिंग की घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का काम सौंपा गया,सीसीटीवी फुटेज की मदद से ऑटो लिफ्टर का पता लगाने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। इसमें इंस्पेक्टर मनीष चौधरी, प्रभारी एएटीएस पश्चिम जिला, एचसी पवन, एचसी अनिल, एचसी राकेश तथा एचसी होशियार शामिल थे। इसमें एसीपी/ऑप्स/पश्चिम श्री अरविंद कुमार की देखरेख में टीम गठित की गई,09.11.2024 को रात करीब 09:30 बजे एक व्यक्ति को विकासपुरी, दिल्ली के गंदा नाला रोड पर बाहरी रिंग रोड से मोटरसाइकिल पर आते देखा गया। पुलिस टीम ने उस व्यक्ति को मोटरसाइकिल सहित पकड़ लिया। मोटरसाइकिल के विवरण की जांच करने पर पता चला कि वह पुलिस थाना तिलक नगर के इलाके से चोरी की गई थी। पूछताछ के दौरान उसकी पहचान हेमंत थापा उर्फ मोहित उर्फ गिलहेरी पुत्र नव बहादुर थापा निवासी नारायणा रिंग रोड, दिल्ली उम्र 23 वर्ष के रूप में हुई। पकड़े गए हेमंत थापा उर्फ मोहित उर्फ गिलहेरी की निशानदेही पर चोरी की दो और मोटरसाइकिल और दो स्कूटी बरामद की गईं। आरोपी व्यक्ति 👉🏻 हेमंत थापा उर्फ मोहित उर्फ गिलहेरी पुत्र नव बहादुर थापा निवासी नारायणा रिंग रोड, दिल्ली उम्र 23 वर्ष वह पहले भी 7 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।