अंक शास्त्र – आएये अंक शास्त्र की मैजिकल दुनिया मे

अंक शास्त्र क्या है – हम जब इस संसार मे आते है तो हमारे साथ हमारे माता पिता, हमारा जनम स्थान, हमारी जनम तिथि, जनम वर्ष, हमारा जनम समय हमारे जनम के साथ आते है, और इसे कोई नहीं बदल सकता, ये अटल है, 

जिस प्रकार वैदिक ज्योतिष में नौ ग्रहों और नक्षत्रों आदि के आधार पर किसी भी व्यक्ति के भविष्य के बारे में पता लगाया जाता है, ठीक वैसे ही अंक शास्त्र की मदद से आप अपने जीवन के बारे में जान सकते हैं। अंकशास्त्र के अनुसार, जन्म की तारीख का जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्व होता है। जन्म तारीख के आधार पर ही व्यक्ति का मूलांक भी बनता है।

मूलांक 4

आप में से अधिकांश लोगों को मूलांक के बारे में पता ही होगा अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं- जिन व्यक्तिओ का जन्म किसी भी माह की 4,13,22 या 31 तारीख को हुआ है तो उनका मूलांक 4 होगा। यदि आपका या आपके किसी जानने वाले का जन्म किसी भी माह की 4,13,22 या 31 तारीख को हुआ है

तो आइए जानते हैं मूलांक 4  वाले लोगों के बारे में खास बातें

मूलांक 4 के बारे में। मूलांक 4 का स्वामी ग्रह राहु है। कुछ अंकशास्त्री इसे यूरेनस या नकारात्मक सूर्य का अंक मानते हैं लेकिन हम इस राहु का अंक मानते हैं। मूलांक 4 वाले महान क्रांतिकारी, वैज्ञानिक या राजनीतिज्ञ हो सकते है लेकिन इस अंक वालों को घमंडी, उपद्रवी, अहंकारी और हठी के रूप में भी देखा गया है। लेकिन ये साहसी व्यवहार कुशल और चकित कर देने वाले कामों को करने में भी निपुण होते हैं।  13 यानी कि 1  और 3  से बना अंक 1  और 3  यानी कि 4 ,

मूलांक 4  वाले घर बाहर समाज और राजनीति हर प्रकार की जानकारी रखते हैं। ये मनमौजी होते है यदि इन पर कुसंगति का प्रभाव पड़ जाता है तो धीरे-धीरे दूर होता है। आमतौर पर ये समय के पाबंद होते हैं। इन्हें कई बार संघर्ष करते हुए भी देखा जाता है।

यदि इनकी शिक्षा की बात की जाय तो ये अच्छी विद्या प्राप्त करते हैं लेकिन स्वभाव में गंभीरता की कमी के कारण विद्या में व्यवधान आने की सम्भावना भी रहती है। फ़िर भी ये शोध, विजली के काम एवं विचित्र विषयों में रुचि रखते हैं। गुप्त विद्या में भी इन्हें रुचि होती है।

यदि इनके आर्थिक स्थिति की बात की जाय तो यद्यपि उनको कई समस्याओं और उलझनों का सामना करना पड़ता है फ़िर भी इनकी आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है। व्यवहारिक रूप से काम करने में इन्हें लाभ मिलता है। इनकी आर्थिक स्थिति में कभी-कभी बड़ा उछाल आते हुए भी देखा गया है। ये अपने पैसे व्यर्थ के कामों में खर्च करते हुए भी देखे गए हैं।

यदि इनके सम्बंधों की बात की जाय तो सामान्यतय: इनकी अपने भाई बहनों से कम पटती है हां यदि कोई संबंधी भी मूलांक 4  वाला हो तो उससे इनकी अच्छी बनती है। ये दूसरों के साथ जल्दी ही मित्रता कर लेते हैं। ये मित्रों को खूब लाभ देते हैं लेकिन इन्हें मित्रों से अधिक लाभ नहीं मिल पाता। मूलांक १-२-७ वालों से इनका स्वाभाविक संबंध बन जाता है। मूलांक  8  वाले मित्रों से ये विशेष आकर्षित होते हैं लेकिन इन्ही के साथ इनका टकराव भी होता है तथा हानि भी उठानी पड़ती है।

यदि विवाह या प्रेम संबंधों की बात की जाय तो ये बडे से लेकर छोटे और अमीर से लेकर गरीब लोगों से घुल मिल जाते हैं। स्त्रियों की ओर इनका विशेष झुकाव होता है लेकिन इनके प्रेम संबंध अधिक समय तक नहीं चलते। स्वयं या स्वाभाएइक रूओ से 1-2 -4 -7 -8  वाले विपरीत लिंगी के प्रति इनका झुकाव अधिक होता है। ये अपने प्रियजन के साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।

यदि इनके कार्यक्षेत्र की बात की जाय तो मूलांक 4 वाले अच्छे व्यापारी ट्रांसपोर्टर, इण्जीनिअर ठेकेदार्म वैज्ञानिक, उद्योगपति, राजनेता, पायलट, डिजाइनर, डाक्टर, वकील, प्रोफ़ेसर, शिक्षाविद व लीडर हो सकते हैं। किसी विभाग के प्रमुख होकर ये बड़े-बडे परिवर्तन कर सकते हैं। हालांकि नौकरी में इन्हें कई बार हानि भी उठानी पड़ती है।

यदि इनके स्वास्थ्य की बात की जाय तो मूलांक ४ वाले जीवन शक्ति की किसी कारण हुई कमी के कारण ही बीमार होते हैं, इन्हें विचित्र रोग होते हैं, बीमारी के कारणों का पता नहीं चलता फ़िर भी मानसिक विकार, तंतु और श्वास प्रणाली के रोग, रक्त चाप हृदय रोग नेत्र रोग, पीठ दर्द इन्द्री रोग, मिर्गी व अनिद्रा रोग जैसे रोगों के होने की सम्भावना रहती है।

इनके लिए मूलांक 4,13,22 व 31 तारीखे और रविवार, सोमवार, शनिवार और बुधवार के दिन शुभ रहते हैं। रंगों की बात करें तो इनके लिए नीला, खाकी व भूरा रंग अनुकूल होते हैं।

आशा है मूलांक 4 वाले अपने बारे में इन तथ्यों को जानकर अनुकूल आचारण करेंगे और अपने जीवनपथ को सरल बनाकर जीवन का आनंद लेंगे। नमस्कार!!

हर हर महादेव आचार्य विष्णु भारद्वाज – व्यक्तिगत सामस्याओ के समाधान के लिए संपर्क करे +91 93194 55336

राशिफल

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